Loan Fraud Case: CBI ने ICICI बैंक की पूर्व CEO चंदा कोचर, पति दीपक कोचर को गिरफ्तार किया, जानिए पूरा मामला
Loan Fraud Case: केंद्रीय जांच ब्यूरो (CBI) ने शुक्रवार को आईसीआईसीआई बैंक (ICICI Bank) की पूर्व सीईओ चंदा कोचर और उनके पति दीपक कोचर को एक वीडियोकॉन (Videocon) धोखाधड़ी मामले में गिरफ्तार किया.
वीडियोकॉन लोन मामले में CBI का बड़ा एक्शन.
वीडियोकॉन लोन मामले में CBI का बड़ा एक्शन.
Loan Fraud Case: केंद्रीय जांच ब्यूरो (CBI) ने शुक्रवार को आईसीआईसीआई बैंक (ICICI Bank) की पूर्व सीईओ चंदा कोचर और उनके पति दीपक कोचर को एक वीडियोकॉन (Videocon) धोखाधड़ी मामले में गिरफ्तार किया. उन्हें वीडियोकॉन को स्वीकृत लोन से जुड़ी एजेंसी की चल रही जांच में गिरफ्तार किया गया है, जब कोचर प्राइवेट बैंक की एमडी और सीईओ थी. हिरासत के लिए दोनों को शनिवार को एक विशेष अदालत के समक्ष पेश किए जाने की संभावना है. सीबीआई कोचर के खिलाफ आपराधिक साजिश और पद के दुरूपयोग के मामले की जांच कर रही है.
क्या है मामला?
59 वर्षीय चंदा कोचर ने अक्टूबर 2018 में आरोपों के सामने आने के बाद आईसीआईसीआई बैंक के सीईओ और मैनेजिंग डायरेक्टर के पद से इस्तीफा दे दिया था. उन पर आरोप लगा था कि उन्होंने वीडियोकॉन ग्रुप का पक्ष लिया और लोन जारी करने के लिए नियमों को दरकिनार किया था.
ये भी पढ़ें- Cabinet Decision: कैबिनेट का बड़ा फैसला, अब दिसंबर 2023 तक गरीबों को मुफ्त में मिलेगा 5 किलो अनाज
TRENDING NOW
FD पर Tax नहीं लगने देते हैं ये 2 फॉर्म! निवेश किया है तो समझ लें इनको कब और कैसे करते हैं इस्तेमाल
8th Pay Commission: केंद्रीय कर्मचारियों के लिए ताजा अपडेट, खुद सरकार की तरफ से आया ये पैगाम! जानिए क्या मिला इशारा
#BreakingNews | #CBI ने विडियोकॉन लोन फ्रॉड केस में चन्दा कोचर और उनके पति #DeepakKochhar को गिरफ़्तार किया
— Zee Business (@ZeeBusiness) December 23, 2022
चंदा कोचर, ICICI बैंक की MD, CEO रह चुकी हैं#ChandaKochhar | #ICICIBank pic.twitter.com/Q7qv7sHfJQ
3250 करोड़ रुपये का लोन बन गया NPA
सीबीआई ने 2012 में वीडियोकॉन समूह को दिए गए 3,250 करोड़ रुपये के ऋण की कथित अनियमितताओं में चंदा कोचर पर आपराधिक साजिश और धोखाधड़ी का आरोप लगाया था. लोन बाद में आईसीआईसीआई बैंक के लिए नॉन-परफॉर्मिंग एसेट(NPA) बन गया.
एक व्हिसलब्लोअर ने आरोप लगाया था कि वीडियोकॉन सौदे से कोचर परिवार को फायदा हुआ. हालांकि, चंदा कोचर ने आरोपों से इनकार किया था. उन्होंने एक बयान में कहा था, बैंक में कोई भी क्रेडिट फैसला एकतरफा नहीं है, संगठन का डिजाइन और ढांचा हितों के टकराव की संभावना को कम करता है.
ये भी पढ़ें- NPS में एश्योर्ड रिटर्न की तैयारी, आ सकती है मिनिमम पेंशन स्कीम, मिल सकता है इतना रिटर्न
पिछले साल फरवरी में एक स्पेशल PMLA कोर्ट ने आईसीआईसीआई बैंक-वीडियोकॉन मनी लॉन्ड्रिंग मामले में कोचर को 5 लाख रुपये के मुचलके पर जमानत दी थी. कोर्ट ने उन्हें बिना कोर्ट की अनुमति के देश से बाहर नहीं जाने को कहा था.
Zee Business Hindi Live TV यहां देखें
ये भी पढ़ें- Business Idea: नौकरी के साथ शुरू करें मुनाफा वाला ये बिजनेस, एक बार लगाएं पैसा, 10-15 साल तक आराम से कमाएं
इससे पहले ईडी (ED) ने मामले में चार्जशीट दाखिल की थी. ईडी ने आरोप लगाया है कि चंदा कोचर की अध्यक्षता वाली ICICI बैंक की एक समिति द्वारा वीडियोकॉन इंटरनेशनल इलेक्ट्रॉनिक्स लिमिटेड को स्वीकृत 300 करोड़ रुपये की लोन राशि में से डिस्बर्समेंट के एक दिन बाद 8 सितंबर 2009 को 64 करोड़ रुपये वीडियोकॉन इंडस्ट्रीज द्वारा नूपावर रिन्यूएबल्स प्राइवेट लिमिटेड (NRPL) को ट्रांसफर कर दिए गए थे.
10:32 PM IST